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भगवान बुद्ध के अनमोल विचार

बोध धर्म के संस्थापक भगवान बुद्ध/buddha का जीवन, कथन और शिक्षाएं इंसान को दुखों से मुक्ति दिलाने, ज्ञान और सही मार्ग पर चलने के लिए आज भी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी की उस समय हुआ करती थी. अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए उन्होंने लोगो को जीवन जीने की सही दिशा बताई और कल्पना-आधारित विश्वास का विरोध करते हुए कर्म को इंसान की प्रगति का सही रास्ता बताया. आज के समय में उनकी द्वारा बोली गई बातें ओर भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है जब आज हम सब कुछ जल्दी पाना चाहता है और पाने की चाहत में भटक रहे है फिर चाहे वह सफलता पानी हो या पैसा. आज हम आपके साथ भगवान बुद्ध/buddha के द्वारा कहे गए कुछ सुविचार/quotes शेयर करने जा रहे है जो आपको सकरात्मक रूप से प्रभावित करेंगे.

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महात्मा बुद्ध के अनमोल वचन

1. शक की आदत सबसे खतरनाक है। शक लोगों को अलग कर देता है। यह दो अच्छे दोस्तों को और किसी भी अच्छे रिश्ते को बरबाद कर देता है।

2. अज्ञानी आदमी एक बैल के समान है। वह ज्ञान में नहीं, आकार में बढ़ता है।

3. क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकडे रहने के सामान है, इसमें आप ही जलते हैं।

4. इर्ष्या और नफरत की आग में जलते हुए इस संसार में खुशी और हंसी स्थाई नहीं हो सकती। अगर आप अँधेरे में डूबे हुए हैं, तो आप रौशनी की तलाश क्यों नहीं करते।

5. एक जागे हुए व्यक्ति को रात बड़ी लम्बी लगती है, एक थके हुए व्यक्ति को मंजिल बड़ी दूर नजर आती है। इसी तरह सच्चे धर्म से बेखबर मूर्खों के लिए जीवन-मृत्यु का सिलसिला भी उतना ही लंबा होता है।

6. निश्चित रूप से जो नाराजगी युक्त विचारों से मुक्त रहते हैं, वही जीवन में शांति पाते हैं।

7. अतीत में ध्यान केन्द्रित नहीं करना, ना ही भविष्य के लिए सपना देखना, बल्कि अपने दिमाग को वर्तमान क्षण में केंद्रित करना।

8. बुराई अवश्य रहना चाहिए, तभी तो अच्छाई इसके ऊपर अपनी पवित्रता साबित कर सकती है।

9. एक मूर्ख व्यक्ति एक समझदार व्यक्ति के साथ रहकर भी अपने पूरे जीवन में सच को उसी तरह से नहीं देख पाता, जिस तरह से एक चम्मच, सूप के स्वाद का आनंद नहीं ले पाता है।

10. मौत एक विचलित मन वाले व्यक्ति को उसी तरह से बहा कर ले जाती है, जिस तरह से बाढ़ में एक गांव के (नींद में डूबे हुए) लोग बह जाते हैं।

11. अच्छे स्वास्थ्य में शरीर रखना एक कर्तव्य है, अन्यथा हम अपने मन को मजबूत और साफ रखने में सक्षम नहीं हो पाएंगे।

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25+ भगवान गौतम बुद्ध के अनमोल विचार

25+ भगवान गौतम बुद्ध के अनमोल विचार

विश्व के महान दार्शनिक, वैज्ञानिक, धर्मगुरू और साथ ही उच्च कोटी के समाज सुधारक गौतम बुद्ध का जन्म लुंबिनी में 563 ईसा पूर्व शाक्य कुल के राजा शुद्धोधन के घर मे हुआ था। उनकी माँ का नाम महामाया था जिनका सिद्धार्थ के जन्म के सात दिन बाद निधन हो गया था।
बताते चले की 16वर्ष की आयु में ही सिद्धार्थ की शादी गणराज्य की राजकुमारी यशोधरा से करवा दी गई। उनको एक पुत्र की प्रप्ति हुयी जिसका नाम राहुल रक्खा. एक दिन सिद्धार्थ अपना सब कुछ त्यागकर संसार को सत्य दिव्य ज्ञान खोज में रात में राजपाठ छोड़कर जंगल की ओर निकल पड़े। और जंगलो में वर्षों तक घोर कठोर साधना की और उसके पश्चात बोध गया (बिहार) में बोधी वृक्ष के नीचे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई और वे सिद्धार्थ गौतम से बुद्ध बन गए।

बिना सेहत के जीवन जीवन नहीं है,
बस पीड़ा की एक स्थिति है- मौत की छवि है…

शक की आदत से भयावह कुछ भी नहीं है. शक लोगों को अलग करता है. यह एक ऐसा ज़हर है जो मित्रता ख़त्म करता है और अच्छे रिश्तों को तोड़ता है. यह एक काँटा है जो चोटिल करता है, एक तलवार है जो वध करती है.

Gautama Buddha Quotes In Hindi

सत्य के मार्ग पे चलते हुए कोई दो ही गलतियाँ कर सकता है,
पूरा रास्ता ना तय करना, और इसकी शुरआत ही ना करना.

किसी विवाद में हम जैसे ही क्रोधित होते हैं हम सच का मार्ग छोड़ देते हैं, और अपने लिए प्रयास करने लगते हैं.

तुम अपने क्रोध के लिए दंड नहीं पाओगे,
तुम अपने क्रोध के द्वारा दंड पाओगे….

गौतम बुद्ध के 25 अनमोल विचार जानिए

घृणा घृणा से नहीं प्रेम से ख़त्म होती है,
यह शाश्वत सत्य है.

आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से इर्श्या कीजिये. जो दूसरों से इर्श्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती…

हम जो सोचते हैं, वो बन जाते हैं.

मैं कभी नहीं देखता कि क्या किया जा चुका है,
मैं हमेशा देखता हूँ कि क्या किया जाना बाकी है.

भगवान गौतम बुद्ध के प्रेरक अनमोल विचार.

जैसे मोमबत्ती बिना आग के नहीं जल सकती,
मनुष्य भी आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता.

एक जग बूँद-बूँद कर के भरता है.

अपने मोक्ष के लिए खुद ही प्रयत्न करें,
दूसरों पर निर्भर ना रहे.

क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकडे रहने के सामान है; इसमें आप ही जलते हैं.

अतीत पे ध्यान मत दो, भविष्य के बारे में मत सोचो, अपने मन को वर्तमान क्षण पे केन्द्रित करो.

तीन चीजें ज्यादा देर तक नहीं छुप सकती,
सूरज, चंद्रमा और सत्य.

सभी बुरे कार्य मन के कारण उत्पन्न होते हैं.
अगर मन परिवर्तित हो जाये तो क्या अनैतिक कार्य रह सकते हैं?

हजारों खोखले शब्दों से अच्छा
वह एक शब्द है जो शांति लाये.

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